वर्तमान (Present) समय (Time) में पूरी दुनिया बहुत मुश्किल भरे दौर से गुजर रही है। जब भी कोई प्राकृतिक संकट आता है, तब वो किसी देश या राज्य तक सीमित होता है। लेकिन इस बार का कोरोना संकट ऐसा है, जिसने पूरे मानवजाति को खतरे में डाल दिया है। वहीं कोरोना को कंट्रोल करने के लिए देश के कई राज्यों ने लॉकडाउन लगा रखा है।
लॉकडाउन के कारण लोगों के धंधे-नौकरी ठप पड़ चुके हैं। इस मुश्किल में आम लोग देश की केंद्र और राज्य सरकारों से क्या उम्मीद रखते हैं? आज इसी मुद्दे को लेकर मेट्रो मुम्बई की टीम ने मुम्बईकरों से खास बातचीत की है। आइये जानते है कि मुम्बईकर कोरोना काल में सरकार से क्या उम्मीद रखते हैं?
हमारी रिपोर्टर स्वाति द्विवेदी और प्रीति विश्कर्मा ने उत्तर मुम्बई के कांदिवली औऱ बोरीवली में आम लोगों से सरकार से उनकी अपेक्षाओं के बारे में जाना है। इस दौरान लोगों ने हमें बताया कि, ‘सरकार मंदिर, मस्जिद और चर्च के पैसों का इस्तेमाल कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए करें। वहीं जिनकी नौकरी छूट गई उनके लिए सरकार कुछ करें?
वहीं एक अन्य आदमी ने बताया कि, ‘सरकार लोगों के लिए अन्न की व्यवस्था करें। क्योंकि लोगों के पास खाने के लिए पैसे नहीं है, वहीं स्कूल फीस पर सरकार ध्यान दे।
बता दें कि, देश की केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए कई घोषणा की हैं। पर जमीनीस्तर पर ज्यादातर लोगों को किसी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है। इसको लेकर अक्सर लोग सरकारों से नाराजगी जताते हैं।
Report by : Rajesh Soni
Also read : मुम्बई से सटे भायंदर में जबरदस्ती कोरोना टेस्टिंग से आम आदमी परेशान